विवेकानंद जी सिर्फ स्वामी नही बल्कि मुगलो ओर अंग्रेजो के घावों से घायल पड़े सनातन भारत मे पुनः हिंदुत्व का झंडा गाड़ने वाले राष्ट्र्वादी धर्मवीर थे विवेकानंद ।हम राष्ट्रवादियो के प्रेणा पुंज है विवेकानंद जो हर परिस्थिति में हमे गर्व के साथ अपने स्वधर्म स्वराष्ट्र स्वसंस्कृति ओर सनातन को जीना सीखा गए।
ऐसे पूज्य राष्ट्र सन्त स्वामी विवेकानंद जी की जन्म जयंती पर कोटि कोटि नमन।
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